Thursday, 19 February 2015

क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का....!! किसी काम से आये थे, !! किसी काम के ना रहे....!!

क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का....!!

किसी काम से आये थे, !! किसी काम के ना रहे....!!

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