Thursday, 19 February 2015

बाग में टहलते एक दिन, जब वो बेनकाब हो गए, जितने पेड़ थे बबूल के सब के सब गुलाब हो गए..!!

बाग में टहलते एक दिन, जब वो बेनकाब हो गए,
जितने पेड़ थे बबूल के सब के सब गुलाब हो गए..!!

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