Wednesday, 11 February 2015

"वो एक माँ थी। मर कर भी बेटियों के लिये तड़पती है मां ..!!" ये पढ़कर मेरे दिल से आँसू निकल रहे है दोस्तों अगर कोई मुसीबत में है तो उसकी सहायता जरूर कीजिये !

आधी रात को बहुत बारिश हो रही थी।

अजय और उसकी बीवी प्रिया एक मित्र की पार्टी से अपनी गाडी से घर वापस लौट रहे थे..

बारिश की वजह से अजय बहुत धीमी गति से गाड़ी चला रहा था,तभी अचानक बिजली गिरी..

बिजली की रोशनी में अजय को गाड़ी के सामने एक बदहवास सी एक औरत दिखाई दी..

अजय ने गाड़ी रोक दी..!

गाड़ी रुकने पर उसकी बीवी ने कहा :- क्या हूआ..? गाड़ी क्यों रोक दी..?

अजय ने आगे की ओर इशारा किया।

प्रिया ने आगे देखा तो वो डर गयी, क्यों कि गाड़ी के सामने एक औरत खड़ी थी।

वो औरत गाड़ी के पास आयी, और हाथ से गाड़ी का शीशा नीचे करने का इशारा करने लगी।

अजय की बीवी प्रिया काफी डर गयी थी, उसने अजय को गाडी चलाने को कहा, लेकिन गाड़ी भी स्टार्ट नही हुईं।

गाड़ी के बाहर खडी औरत बारिश की वजह से भींग गयी थी।

वो हाथ जोडकर गाड़ी का शीशा नीचे करने का इशारा कर रही थी।

अजय को लगा कि वो औरत किसी मुसीबत मे है, इसलिए उसने गाड़ी का शीशा नीचे किया।

वो औरत हाथ जोडकर बोली, "भाई साहब मेरी मदद करे.. तेज बारिश की वजह से मेरी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है, मेरी गाड़ी रास्ते के नीचे गिर गयी है, उसमें मेरी छोटी बच्ची है.. प्लिज उसे बचाईये..।"

अजय गाड़ी से उतरा और उस औरत के पीछे गया।

उस औरत की गाड़ी रास्ते के काफी नीचे गिर गयी थी।

अजय नीचे उतरकर उस गाडी केपास गया तो देखा कि उसमें एक प्यारी छोटी सी फूल सी बच्ची रो रही है..

उसने बच्ची को बाहर निकाला, फिर अजय को लगा की ड्रायवर की सीट पर भी कोई है।

जब अजय ने ड्रायवर की सीट पर देखा तो उसके होश उड गये,क्योंकि ड्रायवर के सीट पर वही औरत खून से लथपथ मरी पडी थी।

अजय को अब सब समझ में आया।

वो बच्ची को लेकर अपनी गाड़ी के पास आया,बच्ची को अपनी बीवी प्रिया को दिया।

उसकी बीवी बोली, "वो औरत कहा है..? वह कौन थीं...?"

अजय बोला
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"वो एक माँ थी। मर कर भी बेटियों के लिये तड़पती है मां ..!!"

ये पढ़कर मेरे दिल से आँसू निकल रहे है दोस्तों अगर कोई मुसीबत में है तो उसकी सहायता जरूर कीजिये

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