Saturday, 6 December 2014

एक ख्वाब ने आंखों खोली हैं, क्या मोड़ आया कहानी में, वो भीगी रही बारिश में, आग लगी हैं पानी में!

एक ख्वाब ने आंखों खोली हैं,
क्या मोड़ आया कहानी में,
वो भीगी रही बारिश में,
आग लगी हैं पानी में!

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