Sunday, 28 December 2014

अगर हंसने मुस्कुराने के लिये आप ईश्वर का शुक्र नहीं करते.. तो आँखों मे आये आँसुओं के लिये उससे शिकायत का कोई हक़ नहीं है..!! शुभ प्रभात! सुप्रभात!

अगर हंसने मुस्कुराने के लिये आप ईश्वर का शुक्र नहीं करते..

तो आँखों मे आये आँसुओं के लिये उससे शिकायत का कोई हक़ नहीं है..!!

शुभ प्रभात! सुप्रभात!

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