Bajrang Das's blogs
Saturday, 6 December 2014
लुहूलुहान हुआ फलक, ये कैसा लौहा पिघला हैं, एक सूरज डूब गया पीछे, एक सूरज सामने निकला हैं।।
लुहूलुहान हुआ फलक,
ये कैसा लौहा पिघला हैं,
एक सूरज डूब गया पीछे,
एक सूरज सामने निकला हैं।।
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