आँखों के दरमियान मैं गुलिस्तां दिखाता हुँ, आना
कभी मेरे देश मैं आपको राजस्थान दिखाता हुँ|
खेजड़ी के साखो पर लटके फूलो की कीमत बताता हुँ,
मै साम्भर की झील से देखना कैसे नमक उठाता हुँ| मै
शेखावाटी के रंगो से पनपी चित्रकला दिखाता हुँ,
महाराणा प्रताप के शौर्य की गाथा सुनाता हुँ|
पद्मावती और हाड़ी रानी का जोहर बताता हुँ, पग
गुँघरु बाँध मीरा का मनोहर दिखाता हुँ| सोने सी माटी
मे पानी का अरमान बताता हुँ, आना कभी मेरे देश मै
आपको राजस्थान दिखाता हुँ|
हिरन की पुतली मे चाँद के दर्शन कराता हुँ,
चंदरबरदाई के शब्दों की वयाख्या सुनाता हुँ| मीठी
बोली, मीठे पानी मे जोधपुर की सैर करता हुँ, कोटा,
बूंदी, बीकानेर और हाड़ोती की मै मल्हार गाता हुँ|
पुष्कर तीरथ कर के मै चिश्ती को चाद्दर चढ़ाता हुँ,
जयपुर के हवामहल मै, गीत मोहबत के गाता हुँ|
जीते सी इस धरती पर स्वर्ग का मैं वरदान दिखाता
हुँ,
आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हुँ||
कोठिया दिखाता हुँ, राज हवेली दिखाता हुँ, नज़्ज़रे
ठहर न जाए कही मै आपको कुम्भलगढ़ दिखाता हुँ|
घूंघट में जीती मर्यादा और गंगानगर का मतलब
समझाता हुँ,
तनोट माता के मंदिर से मै विश्व शांति की बात
सुनाता हुँ|
राजिया के दोहो से लेके, जाम्भोजी के उसूल पढ़ाता
हुँ,
होठो पे मुस्कान लिए, मुछो पे ताव देते राजपूत की
परिभाषा बताता हुँ|
जागीरी का जिगर रखने वाले , जागीरदार दिखाता हूं
। सिक्खो की बस्ती मे, पूजा के बाद अज़ान सुनाता
हुँ,
आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हुँ||
Sunday, 29 March 2015
Rajasthan Diwas!!
Labels:
#RajasthanDiwas
Location:
CBI BANK, Mathania
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