दिन आते हैं, दिन जाते हैं; कुछ लम्हें आप के बिन गुज़र नहीं पाते हैं; इन्हीं लम्हों को समेट कर देखूं तो; आप जैसे दोस्त बहुत याद आते हैं।
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